सबके सुधि अहाँ लै छी हे अम्बे
सबके सुधि अहाँ लै छी हे अम्बे,हमरा कियै बिसरै छी हे !-२
हमरा कियै बिसरै छी हे माता,हमरा कियै बिसरै छी हे !-२
सबके सुधि --------------------------!
छी हम पुत्र अहीं के जननी -२
से त अहाँ जनै छी हे -२
एहन निष्ठुर कियै अहाँ भेलौं, कनिको दृष्टि नै दै छी हे-२
सबके सुधि ------------------------------!
छन-छन पल-पल ध्यान करै छी -२
नाम अहीं के जपै छी हे -२
रैन दिवस हम ठाढ़ रहै छी, दरसन बिनु तरसै छी हे -२
सबके सुधि-----------------------------!
छी जगदम्बा जग-अवलम्बा -२
तारिणी शरण बनै छी हे -२
हमरा बेर कियै नै तकै छी, पापी जनि ठेलै छी हे -2
सबहक सुधि --------------------------------!
हमरा कियै बिसरै छी हे माता,हमरा कियै बिसरै छी हे !-२
सबके सुधि --------------------------!
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