मोन करे कने सासुर जैतौं !
हे कनियाँ क नैना-२
(प्रियतम परदेश में छथि और विरहिणी गाम में छथिन्ह, विरह दशाक वर्णन ! )
हे कनियाँ क नैना-२ सँ नैना मिलैतौं----
(मोन छलए जे कनियाँ के नैना सँ नैना मिलेतौं, मुदा मजबूरी हम परदेश में छि आ -----------)
मोन करे कने सासुर जैतौं -२
कनियाँ क नैना-2 सँ नैना मिलैतौं,
मोन करे कने सासुर जैतौं-2 !
कहियो नै देखलौं हम नैना दुनू क जुराइ क-2,
लाजे न तकली कहियो, घोघ अपन ओ हटाइ क !
अपने सँ जा क-२, घोघ हटाई तौं !
मोन करे कने सासुर जैतौं-2 !
हो भ गेल बैरन मोरा, दूर शहर के नोकरिया -२
दगध्ल रहलै छतिया, जुरलै नै हमर नजरिया !
दगध्ल छतिया-२ जा क जुरैतौं,
मोन करे कने सासुर जैतौं-2 !
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