वर रे जतन हम आस लगाओल
वर रे जतन हम आस लगाओल, पोसल नेह लगाय।
सेहो धिया आब सासुर जेतीह, लोचन नीर बहाय।
लोचन नीर बहाय……………………।
जखन धीया मोर कानय बैसथि, सखि मुख पड़ल उदास।
अपन शपथ बुझी सखि पर बोधल, डोलिया में देलनि चढ़ाय।
लोचन नीर बहाय……………………।
गामक पश्चिम एक ठुठी रे पाकरिया, एक कटहर एक आम।
गोर रंग देखि जुनि भुलिहह हो बाबा, श्यामल रंग भगवान।
लोचन नीर बहाय ……………………।
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