अभी तो प्रपंच शुरू हुआ है, आगे-आगे देखिए होता है क्या?
अफजलवादी मिडिया और उसके कुटिल गिरोह को पता है भाजपा को उसके गलत काम या उसके नकारात्मक पहलू को उजागर कर उसे हराया नहीं जा सकता है। उसे यह पता है जिसे अफजलवादी गैंग नकारात्मक कहता है वही भाजपा और उसके समर्थकों के लिए सकारात्मक पक्ष है।
इसलिए अफजलवादी गैंग ने भाजपा के समर्थकों को विचलित करने के लिए, उसको बांटने के लिए, उसके धार को भोंथरा करने के लिए अब अपनी रणनीति बदल लिया है। इसलिए जिन मुद्दों के कारन भाजपा के समर्थक भाजपा को वोट देते हैं, उन्हीं मुद्दों को एक खास एंगल से उठाकर भाजपा पर आक्रमण करने की रणनीति बनाया है। उसे पता है भाजपा समर्थक राष्ट्रभक्ति, सेना, स्वदेशी, हिंदुत्व, भ्रष्टाचारमुक्त शासन, जातिवाद के खिलाफ, कश्मीर, धारा 370, राममंदिर आदि कोर मुद्दे के कारन भाजपा को वोट देते हैं।
इस अफजलवादी गैंग को इस राष्ट्रवादी मुद्दों से कोई सहानुभूति नहीं है लेकिन भाजपा को काउंटर करने के लिए समर्थकों को विभाजित करने के लिए उसको शिथिल करने के लिए इस तरह से इन मुद्दों को उछाला जाएगा जिससे लगेगा की भाजपा सत्ता में आने के बाद अपने कोर इश्यू को भूल चूका है, भाजपा और अन्य दलों में अब कोई भेद नहीं रहा। इसलिए भाजपा के लिए हमलोग क्यों मेहनत करें क्यों वोट दें, आदि-आदि नकारात्मक विचार जबरदस्ती ठूंसा जाएगा।
अभी तो केवल एक सैनिक का वीडियो सामने आया हैं जिसके दाल के बाटी में दाल कम पानी ज्यादा दिखता है आगे और बहुत सारे मैनुफैक्चरिंग वीडियो-आर्टिकल-पत्र आएँगे। बेरोजगार हो गए एनजीओ गिरोह, पुरस्कार वापसी गिरोह, हवाला और कालाधन वाले, लगातार हार की मुंह देख रहे राजनितिक दल अपनी अस्तित्व बचाने के लिए इस तरह के षड्यंत्र और धतकरम करेंगे।
राष्ट्रवादियों के लिए यही संयम और परिपक्वता का क्षण होगा जब अफजलवादियों के झांसे में ना आते हुए उसके घृणित और कुटिल मंसूबों को कामयाब ना होने दे। यूपी चुनाव जितना नजदीक आता जाएगा ऐसे आवेशित मुद्दे, विवेक को झकझोरने वाले मुद्दे तीव्रता से आते से आते रहेंगें।
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