लीजिए जेएनयू में फिर से क्रांति के कोख से बलात्कार ने जन्म लिया है । **************************************************************
जिस देश में कभी क्रांति के कोख से सावरकर-सुभाष का
जन्म लेता था वहां आज कामरेडों के कुकर्मों के कारन क्रांति के कोख से बलात्कार
जन्म ले रहा है।
माँ-बाप ने अपने बच्चे को कितना प्यारा नाम दिया था #अनमोल_रत्न लेकिन कामरेडों की सोहबत ने इस बच्चे को खूंखार बलात्कारी बना दिया। जिसने देश के नामी विश्वविद्यालय में अपने ही सहपाठी का बलात्कार कर डाला। धोखे से उस लड़की को कमरे में बुलाकर नृशंषता का नंगा नाच किया।
और सबसे बड़ा दुर्भाग्य देखिए बामपंथी-अंडरवर्ल्ड में कोई सुगबुगाहट नहीं है। बात-बात पर गला फाड़ने वाले कौम में आज मुर्दनी सन्नाटा छाया हुआ है। स्त्री-अस्मिता और दलित-अस्मिता आज इनके लिए कोई मुद्दा नहीं रहा। कोई आज इस नृशंषता पर मुंह खोलने को तैयार नहीं है। ये सब बामपंथीयों के दोहरे चरित्र को बेनकाब करने के लिए काफी है।
आपको याद होगा अभी कुछ कुछ दिन पहले जेएनयू के बामपंथी प्रोफेसर अरशद आलम पर विदेशी छात्रा से रेप का आरोप लगा था, तब भी इस गिरोह ने ऐसा ही चुप्पी अख्तियार किया था। मशहूर फिल्म पीपली लाइव के सहनिर्देशक महमूद फारुखी जो एनडीटीवी का भी पत्रकार रहा है उस पर भी एक अमेरिकन महिला के साथ रेप का आरोप लगा था तब भी ऐसा ही षड्यंत्रकारी चुप्पी था। ना तो इन नृशंषताओं पर बामपंथी पत्रकारों ने आवाज उठाया और ना ही लेखको-कवियों ने। तो क्या अब बलात्कार पर भी भाई-भतीजावाद चलेगा? खुर्शीद अनवर से लेकर तरुण तेजपाल तक हम लोगों ने इन बामपंथियों का बलात्कारी नैतिकता देख चुके है।
पुरस्कार वापसी बिग्रेड का एक भी सरगना आज तक इन दुष्यकृत्यों पर कभी मुंह नहीं खोला है। क्या वे लोग इस संसार से बाहर रहते है ? क्या उन्हें पता नहीं चलता की उनके क्रांतिकारी चेले अब क्रांति के कोख से बलात्कार को जन्म दे रहे है ? इन लोगों की चुप्पी ही इन बलात्कारियों के हौसले को बढ़ाता है। ये सेटर लोग लग गए होंगे अभी से लड़की पर दवाब बनाने के लिए। मिडिया जिस तरह इन खबरों को इग्नोर कर रहा है वो यह बताने के लिए काफी है की उस पर भी इन बामपंथी शिखंडियों का दवाब पर रहा है।
लेकिन आज सोशल मिडिया के युग में जितना खबरों को दबाने की
कुचेष्टा किया जाएगा उतना ही खबरों का बिस्फोट होगा और उसमें इन बलात्कारियों का
और उसके संरक्षकों का आशियाना जलकर खाक हो जाएगा।
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