जब अंकल जी ने कहा, इस पागल को पागलखाने में डालो नहीं तो पुरे दिल्ली को पागल बना डालेगा। ***********************************************************
कल रविवार को छुट्टी था, घर पर ही था। गर्मी पूरे उफान पर था, पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा था। घर में एसी
नहीं है, एक लोहे वाला पुराना सा कूलर है। उसे केवल रात को
ही एहतियातन यूज करता हूँ, जिससे बिजली बिल अपनी सीमा में रहे। लेकिन
केजरीवाल जिस तरह से बिजली बिल में आज लूट मचाए हुआ है, अपना सारा कोशिश बेकार जा रहा है। सब्सिडी का लॉलीपॉप पकड़ाकर जिस बेदर्दी के साथ बिजली का मीटर दौरा रहा
है, इससे अच्छा था सब्सिडी नहीं देता केवल विजली के मीटर का रनिंग
सही कर देता।
चलिए विषय की ओर आते है। गर्मी के कारन घर के अंदर भी बेचैनी बना हुआ था। इसलिए कभी घर में तो कभी घर के बाहर कालोनी के रोड पर घूम आता था। बाहर एक अंकल मिल गए कहने लगे, क्या हो रहा दिल्ली में ?
मैंने पूछा : क्या हुआ?
अंकलजी : देखिए, केजरीवाल को काम नहीं करने दे रहा है।
मैंने प्रतिप्रश्न किया अंकल जी से : आप बताओ क्या उसे सही में काम करने नहीं दिया जा रहा है ?
>> अपने कालोनी में केजरीवाल को मोदी ने सड़क बनाने से रोका है ?
>> क्या केजरीवाल को पानी का पाइप-लाइन डालने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को सीवर-डालने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को नाली बनाने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को स्कूल बनाने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को स्कूल में टीचर बहाली करने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को अस्थाई टीचर को स्थाई करने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को अस्पताल बनाने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को अस्पताल में डाक्टर की बहाली करने से मोदी रोक रहा है ?
>> क्या केजरीवाल को दिल्ली में इंजीनियरिंग कालेज या मेडिकल कालेज खोलने से मोदी रोक रहा है ?
अंकल जी ने कहा, नहीं ऐसा कोई भी काम करने से केजरीवाल को मोदी जी ने नहीं रोका है। मैंने तो ऐसा सोचा ही नहीं, टीवी में आता है केजरीवाल को मोदीजी काम नहीं करने दे रहे है, इसलिए मैंने आपसे बिना समझे बोल पड़ा। अंकल जी बहुत लज्जित महसूस कर रहे थे।
मैंने कहा अंकल जी इसमें आपका कोई गलती नहीं है। 500 करोड़ डकारने के बाद मिडिया ने बिना किसी एक्सरसाइज के केजरीवाल के बारे में जो बताया वो आपने समझा। इसलिए आगे से अपने आगे-पीछे देख लिया करें मिडिया जो बता रहा है उसमें सत्यता कितना है।
अब अंकल जी का धैर्य जवाब दे गया, उन्होंने कहा इस पागल इंसान को सरकार पागलखाने में क्यों नहीं डालता है। ये तो पागल है ही, सारे दिल्ली को पागल बना देगा। मैंने कहा कोई नहीं अंकल जी आपके ही तरह जब सारे दिल्लीवाले इसकी असलियत जान जांएगे तो ये खुद शर्म से पागलखाने में भर्ती हो जाएगा।
No comments: