राममंदिर प्राण-प्रतिष्ठा पर हृदय को झकझोरने वाला प्रतिक्रिया ♥️
"लल्ला, ऐसा उत्सव तो होली-दिवाली में भी नहीं देखा था"।
दिल को अभिभूत करने वाला यह सहज प्रतिक्रिया राजस्थान के सुदूर गांव में रहने वाली अम्मा का दिल्ली में रहने वाले अपने पुत्र को था।
अम्मा गांव के अंदर के राममय वातावरण से इतने आह्लादित थी की अपने इस खुशी को बांटने के लिए दिल्ली में दूध के कारोबार कर रहे अपने बेटे को फोन लगाया और वहां के एक एक पल का वर्णन करने लगी। और जैसा होता भावना का ज्वार बिना आंसू बहाए रूकता नहीं है। अम्मा भी हर्षोल्लास में रोने लगी।
रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा में लगभग पूरे भारत ने खुशियों के उस पल जिया, जिसका खुद उसने कल्पना नहीं किया था। भावनाओं का समुंदर बह रहा था चारों ओर।
जय श्रीराम
🙏🚩♥️
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