जब अंकल जी ने कहा, इस पागल को पागलखाने में डालो नहीं तो पुरे दिल्ली को पागल बना डालेगा। ***********************************************************
by विजय संवादMonday, June 27, 2016
कल रविवार को छुट्टी था , घर पर ही था। गर्मी पूरे उफान पर था , पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा था। घर में एसी नहीं है , एक लोहे वाला पुराना ...Read More