भारत का संविधान, कितना भारतीय?
दरअसल जिसे हम भारतीय संविधान कहते हैं, वह ब्रिटिश यूरोप अमेरिकन के हितों को हम भारतीय द्वारा मूर्त रूप देने का एक टूल्स है।
संविधान को भारतीय बनाने का कभी कोशिश हीं नहीं किया गया। भारतीय का मतलब तो आप समझते हैं ना? हिंदुत्व और सनातन का अमृत तत्व जिसमें हो। भारत में सनातन जड़ फिर से नहीं पनपने पाए, इसका इंतजाम अंग्रेजों ने ढांचागत रूप से करके गया है।
इसलिए बहुत चालाकी से भारत के संविधान को भारतीयता से दूर रखने के लिए सेकुलर संविधान का ढांचा तैयार किया गया। किसी भी सरकार में हिम्मत नहीं है, इस सेकुलर ढांचे के साथ छेड़छाड़ कर सके।
ज्यादा ब्रिटिश यूरोप अमेरिकन का वफादार साबित करने के लिए हमारे नेता जोर से संविधान की जय, बाबा साहब अम्बेडकर की जय बोलते हैं। दरअसल ये संविधान और अंबेडकर की जय नहीं बोलते हैं, अपने असल मालिक का जय बोलते हैं।
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